युग-पुरुष-मैं मिलिट्री का बूढ़ा घोड़ा -नागार्जुन-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nagarjun
भ्रस्ट भ्रस्ट महाभ्रस्ट
कष्ट कष्ट महाकष्ट
स्पष्ट स्पष्ट महास्पष्ट
भ्रस्ट भ्रस्ट महाभ्रस्ट
महामिलन-महामलिन
गहन पंकलिप्त नलिन
लघु प्रकाश गुरू तिमिर
गलित पंगु अन्ध वधिर
शर शयन हिम शिविर
युग पुरुष द्विज दिविर
लघु प्रकाश गुरू तिमिर