ताकत-प्रदीप सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Pradeep Singh
पंखे की
हवा में पन्ना
पलटना भी है
दुश्वार
ऐसे तो तूफानी हौंसले हैं
मेरे
लोग
जाने कैसे मुझ में
अपनी ताकत देखते हैं।
ताकत-प्रदीप सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Pradeep Singh
पंखे की
हवा में पन्ना
पलटना भी है
दुश्वार
ऐसे तो तूफानी हौंसले हैं
मेरे
लोग
जाने कैसे मुझ में
अपनी ताकत देखते हैं।