आमि मिलिटारिर बुड़ो घोड़ा (देवनागरी रूप)-मैं मिलिट्री का बूढ़ा घोड़ा -नागार्जुन-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nagarjun
आमि
मिलिटारिर बुड़ो घोड़ा
आमाके ओरा कोरबे निलाम
कोनो चतुर ताँगाबाला
निये जाबे आमाके
बोसिए देबे चोखेर धारे
रंगीन खोलश
बलते धाकबे :
सामने चल बेटा
सामने चल
सामने….
(27.9.78)
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